पिछले लंबे समय से हाशिये पर चल रही शिरोमणि अकाली दल ने टर्न तरंग चुनाव में अपना दम दिखाते हुए सभी को यह बता दिया है कि वह भी अभी मैदान में है। पिछले कुछ चुनाव में जिस पार्टी का नाम तक नहीं लिया जाता था इस शिरोमणि अकाली दल ने तरनतारन उप चुनाव में सभी समीकरण को बिगड़ते हुए अपना जलवा दिखाया है।
शिरोमणि अकाली दल द्वारा दूसरे नंबर पर रहते हुए 30 हजार से ज्यादा वोटो को हासिल करना न सिर्फ शिरोमणि अकाली दल के लिए वह संजीवनी है जो उसे 2017 के चुनाव में काफी ज्यादा फायदा देने वाली है बल्कि विपक्षी पार्टियों के लिए भी यह खतरे की घंटी है कि जिस शिरोमणि अकाली दल को टक्कर में नहीं देखा जा रहा था वह अब 2027 की विधानसभा चुनाव में सभी को मजबूती से टक्कर देने आ रही है।
तरन तारन उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल का यह प्रदर्शन कांग्रेस के लिए बड़ा खतरा खड़ा कर सकता है क्योंकि कांग्रेस पार्टी ही आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर करने का सपना देखते हुए सत्ता वापसी का दावा पेश करती आ रही है परंतु अब शिरोमणि अकाली दल ने भी यह दिखा दिया है कि भले ही पहले कुछ चुनाव में वह प्रदर्शन नहीं कर पाई है परंतु अब अगला आने वाला समय उनके हक में भी जा सकता है।
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल की मेहनत इस चुनाव में दिखाई दे रही है और सुखबीर बादल के चलते ही तरनतारन चुनाव में इतने बड़े स्तर पर शिरोमणि अकाली दल के पक्ष में वोट हुई है। यहां पर यह साफ कहा जा सकता है कि अकाली दल मजबूती के साथ खड़ी होती हुई 2027 में बड़ा उलट फिर भी कर सकती है। अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल इसके लिए बधाई के पात्र भी हैं क्योकि उन्होंने ही इस पार्टी को पिछले कुछ महीनो में बड़े स्तर पर खड़ा करते हुए यहां तक पहुंचा दिया है।
