— पंजाब की शान क्रिकेटर Arshdeep Singh से कांग्रेसी मुख्यमंत्री जे एजेंट ने ही मांगी थी नौकरी के बदले रिश्वत
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़।
विश्व क्रिकेट में तेज बॉलिंग के जरिए पंजाब का नाम मशहूर करने वाले Arshdeep Singh को ही अपने राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा रिश्वत देने के लिए मजबूर किया गया, रिश्वत भी छोटी मोटी नहीं बल्कि 2 करोड पर मांगी गई थी। घर में इतना पैसा नहीं होने के चलते अर्शदीप सिंह 2 करोड़ पर की रिश्वत नहीं दे पाए तो उन्हें राज्य के तत्कालीन कांग्रेस मुख्यमंत्री द्वारा नौकरी भी नहीं दी गई।
Arshdee Singh ने उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री एजेंट बने घूम रहे भांजे के आगे काफी हाथ भी जोड़ें कि उसके पास इतना पैसा नहीं है परंतु तत्कालीन मुख्यमंत्री के इशारे पर काम कर रहे इस एजेंट ने दुत्कार वापिस भेज दिया। जिसके पश्चात अर्शदीप सिंह का राज्य की सरकार व राजनीतिक लोगों से विश्वास ही उठ गया। Arshdeep Singh को पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा उनके भांजे को मिलने का आदेश दिया गया था ताकि रिश्वत का लेनदेन भतीजे के जरिए किया जा सके।
अब यह मामला मौजूदा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दरबार में पहुंचा है और अर्शदीप सिंह ने यह दोष भी मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास गुहार लगाते हुए लगाएं हैं कि पिछली सरकार में जो उसके साथ धक्के शाही हुई है कम से कम इस सरकार में उन्हें तो नौकरी देते हुए उसका मान सम्मान किया जाए। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा भी भरोसा दे दिया गया है कि अर्शदीप सिंह जैसे ही हीरे से रिश्वत मांगना ही गंभीर अपराध है। इस मामले में वह कार्रवाई तो करेंगे ही और साथ में ही जल्द उन्हें नौकरी देने की कार्रवाई भी शुरू की जाएगी।
विजिलेंस के पास जाएगा मामला, होंगी गिरफ्तारियां
क्रिकेटर अर्शदीप सिंह से सीधे ही 2 करोड़ पर की रिश्वत मांगने वाला मामला जल्द ही पंजाब विजिलेंस को सौंप दिया जाएगा और इस मामले को लेकर रिश्वत मांगने वाले भांजे से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तक जांच की जाएगी। इस मामले में राज्य सरकार किसी भी तरह की कोताही नहीं करना चाहती है बल्कि जल्द ही इस तरह की रिश्वत मांगने वाले दोषियों को गिरफ्तार तक करना चाहती है इसलिए जांच में अगर यह दोष सच पाए गए तो वह दिन दूर नहीं जब क्रिकेटर अर्शदीप सिंह से दो करोड़ की रिश्वत मांगने वाले सलाखों के पीछे नजर आएंगे।
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धर्मशाला में अर्शदीप ने की थी मुख्यमंत्री भगवंत मान से शिकायत
क्रिकेटर अर्शदीप सिंह इस समय आईपीएल में पंजाब किंग्स की तरफ से खेल रहे हैं। आईपीएल के इस सीजन का पंजाब किंग्स का आखरी मैच धर्मशाला में खेला जा रहा था तो इस मैच को देखने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी वहां पहुंचे हुए थे। मैच के दौरान जब मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा खिलाड़ियों से मुलाकात की गई तो क्रिकेटर अर्शदीप सिंह से उनकी अलग से बातचीत भी हुई इस बातचीत दौरान जब अर्शदीप सिंह अपनी नौकरी के बारे में बात कर रहे थे तो इसी दरमियान अर्शदीप सिंह ने यह खुलासा किया गया कि पिछली सरकार में उन्हें 2 करोड़ पर की रिश्वत देने के लिए मजबूर किया गया परंतु दो लाख से ज्यादा का जुगाड़ नहीं कर पाने पर उन्हें नौकरी की जगह सिर्फ गालियां ही मिली।
जिसके चलते वह गालियां खाने के पश्चात भी नौकरी नहीं ले पाए। मुख्यमंत्री भगवंत मान को यह सुनकर काफी बुरा लगा और उन्होंने उसी समय यह भरोसा दिया कि गालियां निकालने व रिश्वत मांगने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी और उनकी नौकरी काफी जल्द से जल्द कुछ ना कुछ किया जाएगा।
चरणजीत चन्नी सच्चे तो Arshdeep को क्यो भेजा भांजे के पास
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा इन दोषों से इनकार किया जा रहा है। परंतु यहां पर यह समझ नहीं आ रही है कि अगर चरणजीत सिंह चन्नी इस मामले में सच बोल रहे हैं तो उन्होंने अर्शदीप सिंह को नौकरी के मामले में अपने भांजे से मिलने के लिए क्यों बोला गया था ? पूर्व राज्य सरकार में चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे के पास कोई ऐसा पद नहीं था जो कि मिलने के लिए उनके पास भेजा जाए। अर्शदीप सिंह द्वारा भी चरणजीत सिंह चन्नी का ही नाम लिया गया है। ऐसे में चरणजीत सिंह चन्नी के ऊपर ही सारे दोष लगते नजर आ रहे हैं और चरणजीत सिंह चन्नी खिलाफ भी जांच की जाएगी।
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