— पंजाब ने केंद्र सरकार से सीमा क्षेत्र की देखभाल के लिए एक केंद्रीय सुरक्षा बल की थी मांग
— जी20 की वजह से पंजाब में सुरक्षा के लिए है ज्यादा फोर्स की जरूरत
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़, 2 मार्च।
केंद्रीय सुरक्षा (Central Forces) एजेंसियों की 18 कंपनियां आगामी 16 मार्च तक पंजाब में तैनात रहेंगी, ताकि पंजाब में किसी भी तरह की खराब स्थिति होने पर ये सुरक्षा एजेंसियां अपना काम ठीक से कर सकें। ये 18 केंद्रीय सुरक्षा कंपनियां (Central Forces) पंजाब सरकार के अनुरोध पर ही भेजी जा रही हैं, क्योंकि जी20 की बैठक पंजाब में होने जा रही है l
पंजाब न केवल एक सीमावर्ती राज्य है, बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है क्योंकि बैठक अमृतसर में आयोजित की जाती है। इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से पंजाब सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी l इसलिए 16 सुरक्षा कंपनियां (Central Forces) 6 मार्च तक पंजाब पहुंचेंगी, फिर 16 मार्च को वापस जाएगी।
जानकारी के मुताबिक जी-20 के प्रतिनिधि देश के अलग-अलग राज्यों में बैठक कर रहे हैं l इन बैठको के दौर में मार्च के दुसरे सप्ताह पंजाब के अमृतसर में 2 दिन का सत्र होने जा रहा है, चूंकि जी-20 में अलग-अलग देशों के प्रतिनिधि हैं, इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें उनकी सुरक्षा के इंतजाम करती रही हैं। पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है, इसलिए पंजाब में अधिक सुरक्षा की आवश्यकता थी।
पंजाब में हो रही घटनाओं को देखते हुए अधिक सुरक्षा मुहैया
पिछले कुछ दिनों से पंजाब में हो रही घटनाओं को देखते हुए पंजाब और सरकार अधिक सुरक्षा मुहैया करवाना चाहते हैं। इसलिए पंजाब सरकार ने पहले ही केंद्र सरकार को पत्र लिखकर गुजारिश की थी कि पंजाब में सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस की तैनाती के साथ साथ केंद्रीय सुरक्षा बल की भी तैनाती की जाए l केंद्रीय गृह विभाग ने पंजाब सरकार की इस गुजारिश को स्वीकार करते हुए आदेश जारी कर दिए हैं। इन आदेशों के तहत अगले 2-3 दिनों में पंजाब में केन्द्रीय सुरक्षा बल की 18 कंपनियां पहुंच जाएंगी।
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10 सीआरपीएफ तो आरएएफ की 8 कंपनियां की जाएंगी तैनात
पंजाब में सीआरपीएफ की 10 कंपनियां झारखंड से जबकि आरएएफ की 83, 194 और 104 बटालियन की 8 कंपनियां रवाना होंगी l इन कंपनियों को 16 मार्च तक पंजाब में रहने के आदेश हैं। इन कंपनियों को बाघा बॉर्डर और अमृतसर के कुछ इलाकों में तैनात किया जाएगा।