— नवजोत सिद्धू जिस हमदर्द को सुना रहा था उसके पिता ने भी की थी दो-दो शादियां
— भगवंत मान ने नवजोत सिंह सिद्धू के पिता की दूसरी शादी पर की टिप्पणी
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़।
“जे तुहाड़ा बापू बदलाव ना ले के आउंदा तँ तुसी दुनिया ते नही आउना सी”। नवजोत सिद्धू जिस हमदर्द को सुना रहा था उसके पिता ने भी की थी दो-दो शादियां की थी। अगर ऐसी ही बात है और इस बात पर ही आना है तो आ जाओ मैं भी तैयार हूं। यह तल्ख़ टिप्पणी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा में सरकारी हस्पताल के उद्घाटन समारोह को संबोधन करते हुए की है।
भगवंत मान इस बात को लेकर गुस्सा है कि उनके निजी मामलों में शादी पर सवाल उठाए जा रहे हैं इस बात को लेकर आप मुख्यमंत्री द्वारा भी विपक्ष के ओन्ली दलों को घेरना शुरू कर दिया गया है जो कि इन मामलों को लेकर बार-बार जनतक टिप्पणियां कर रहे हैं।
भगवंत मान ने खरड़ में बोला कि यह कोई मुद्दे हैं यह लोग कह रहे हैं कि पता नहीं कौन सा मैटेरियल आ गया जो गांव के सरपंच नहीं बन सकते वह विधायक बन गए है। यह लोग कह रहे हैं कि इनके तो महीने 2 महीने बाद शादियां हो रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के लोगों ने 26- 27 साल के नौजवान लड़के-लड़कियों को जीता दिया है तो अब उन्होंने शादियां तो करनी ही हैं। अगर आप राहुल गांधी की शादी नहीं होती है तो हमारा क्या कसूर है।
इनके पास कोई मुद्दा नहीं है, मुझे आता है हर बात का जवाब देना
मैं कहता था अभी क्या बोलना है यह डूमने ते डला मार देते है। इन लोगों के पास मुद्दा तो कोई नही है। जब मैंने जवाब देना होता है तो यह लोग रात को 8 बजे अली डिबेट में बोलना शुरू कर देते हैं कि मुख्यमंत्री को तो यह नहीं बोलना चाहिए था। यह लोग कहते हैं कि हर एक सवाल का जवाब मुख्यमंत्री को नहीं देना चाहिए। मेरे पास जवाब है इसलिए मैं जवाब देता हूं मैं किसी बात का काना नहीं हूं। आ जाओ बैठ जाओ हम बात कर लेते हैं मेरे पास हर चीज का जवाब है हिसाब का बैठकर कर लेते हैं। आप लोग अपने मट्टी तेल का फिक्र करो हमारी ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।
आप लोगों ने आलोचना करनी है तो मेरे कामों पर मेरी आलोचना करो। यह बोलो कि यह फैसला लेकर आपने नुकसान कर दिया। जब यह कामों में कमियां नही निकाल पा रहे है तो इधर इधर की बातें क्यो कर रहे है।
इनके सभी चिठ्ठे निकलेंगे, बार हर बात होगी जनतक
– जालंधर इकट्ठे हो जाओ या फिर हो जाओ मोहाली इकठ्ठे मैं तो तैयार हूं
भगवंत मान ने आगे कहा कि अब इनके चिठ्ठे बाहर निकलेंगे और मैं हर बात जनतक करूंगा। यह लोग जालंधर में इकट्ठे हो जाएं या फिर मोहाली में इकट्ठे हो जाएं इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ने वाला है। यह कट रहने वाले नहीं है जालंधर में किसी का मुंह दूसरी तरफ था तो किसी का दूसरी तरफ था जिसके लिए जालंधर में कटे हुए थे उसको ही इन्होंने दबा कर रखा हुआ था।
यह अपने बुझे हुए राजनीति वह भ्रष्टाचार के चूल्ह मैं दोबारा आग जलाना चाहते हैं अगर मैं गलत हूं तो पंजाब के लोग मुझे सजा दे देंगे। लोकसभा चुनाव 2024 या फिर विधानसभा चुनाव 2027 में मुझे सजा दे देंगे। आप भी लोगों के पास जान और मैं भी लोगों के पास जाऊंगा अभी आप देख लो जालंधर में क्या हुआ है ? यह लोग कहते थे डेढ़ लाख में जीतेंगे कहां गया डेढ़ लाख। यह रोज इकट्ठे होकर मुझे गाली निकालना शुरू कर देते हैं।