— पटियाला जिले के सभी अधिकारी व कर्मचारी पैदल साईकिल या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के द्वारा पहुंचे दफ्तर
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़।
पटियाला जिले की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी आज सुबह ही पटियाला की सड़कों पर पैदल ही उतर आए है। साक्षी साहनी ने 3 किलोमीटर तक का पैदल सफर करते हुए जहां अपने दफ्तर बिना किसी गाड़ी के पहुंचने की कोशिश की वहीं पर इस 3 किलोमीटर के पैदल सफर में उन्होंने आम लोगों की परेशानियों को भी पहचानने की कोशिश की है। अभी तक डिप्टी कमिश्नर अपनी लग्जरी गाड़ियों में बैठकर दफ्तर पहुंचते आए हैं और उन्हें यह नहीं पता चलता कि रास्ते में आम लोगों को क्या परेशानी आ रही है परंतु आज डिप्टी कमिश्नर पटियाला साक्षी साहनी ने पैदल चलते हुए उन सभी परेशानियों को ना सिर्फ पहचाना बल्कि मौके पर ही अपनी कॉपी पर नोट करते हुए आज ही इसे हल करने का भरोसा तक दे दिया है। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी के अलावा पटियाला जिले के ज्यादातर अधिकारी व कर्मचारी पैदल या फिर साइकिल सहित पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए ही अपने दफ्तर में पहुंच रहे हैं क्योंकि आज का दिन गाड़ी रहित रखा गया है। इसका मकसद जहां प्रदूषण व सड़कों पर गाड़ियों के ट्रैफिक को कम करना है तो वहीं पर आम जनता की परेशानियों को समझना भी है। इस मुहिम में पटियाला जिला के लोक संपर्क अधिकारियों ने भी भाग लिया और एपीआरओ हरदीप सिंह अपने साइकल पर दफ्तर पहुंचे हैं।
डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा कि पैदल चलना एक दिखावा नहीं है बल्कि वह एक्सरसाइ है जिसे एसी दफ्तरों में बैठकर नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि वह रूटीन में गाड़ी में अपने दफ्तर जाते थे परंतु आज पैदल चलकर उन्हें पता चला है कि सड़क पर आम लोगों को क्या क्या परेशानी आ रही है। कहीं पर फुटपाथ टूटा हुआ है तो कहीं पर पैदल चलने की ठीक जगह तक नहीं है। ऐसे में आम लोग रूटीन में कैसे चलते होंगे , इस बात का एहसास उन्होंने कुछ ही मिनटों के सफर में कर लिया। साक्षी साहनी ने कहा कि वह आगे भी इस तरह की एक्सरसाइज करते रहेंगे ताकि आम जनता की मुश्किलों को समझते हुए उन्हें दूर करने में उन्हें मदद मिले।