भ्रष्टाचारी पैडमैन को ढूंढेंगी पंजाब विजिलेंस, होगी कार्रवाई
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़।
बड़ी-बड़ी स्कीमों में घोटाला होता तो आप सभी ने सुना होगा परंतु गरीब घरों में रहने वाली महिलाओं में छोटी बच्चियों के लिए खरीदे जाने वाले सरकारी खर्चे पर पैड में ही घोटाला कर दिया गया है। पैड खरीदने के लिए किए गए इस घोटाले में कोई और नहीं बल्कि विभाग के ही भ्रष्टाचारी पैडमैन अधिकारी शामिल है। अब इन भ्रष्टाचारी पैडमैन अधिकारियों को कोई और नहीं बल्कि पंजाब की थी। विजिलेंस के उच्च अधिकारी ढूंढ कर ना सिर्फ निकालेंगे बल्कि उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। इस मामले में पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा भी सख्त आदेश जारी कर दिए गए हैं कि इस तरह की घटिया भ्रष्टाचार करने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
जानकारी अनुसार पिछली कांग्रेस सरकार में केंद्र द्वारा शुरू की गई उड़ान स्कीम के तहत सेनेटरी पैड को खरीदते हुए मुफ्त में बांटना था। अब इस मामले में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार सामने आ रहा है क्योंकि इस स्कीम के तहत 7 करोड़ 20 लाख 27 हजार 18 के 2 करोड़ 45 लाख 82 हजार 600 सेनेटरी पैड की खरीद की गई थी परंतु इसके रखरखाव व बांटे जाने का रिकॉर्ड मिलने की जगह गायब बताया जा रहा है। जिसके चलते सामाजिक सुरक्षा व महिला बाल एवं विकास विभाग की तरफ से जांच करते हुए इस मामले को उजागर किया है तो इस विभाग के अतिरिक्त सचिव रहे कृपाशंकर सरोज ने इस मामले में घोटाला होने का शक तक जाहिर किया है। अब इस मामले में जांच पंजाब विजिलेंस को सौंप दी गई है जो कि जल्द इस मामले में भ्रष्टाचार करने वाले पैडमैन अधिकारियों का खुलासा करते हुए सारे मामले से पर्दा उठाएंगे।
टेंडर जारी होने के 36 घंटे में ही कैसे हो गई पैड की सप्लाई
इस मामले में उच्च अधिकारियों को उस समय शक हुआ जब फाइलों में दिखाया गया कि सेनेटरी पैड खरीदने के लिए 23 मई 2021 को खरीद कमेटी द्वारा मीटिंग की गयी थी और उसी दिन पैड की सप्लाई के आदेश दिए गए। हैरानी इस बात की है कि 23 मई को दिए गए ऑर्डर को अभी मात्र 36 घंटे की बीते थे कि 25 मई 2021 को एक लाख सेनेटरी पैड के पैकेट गुजरात से पंजाब में हासिल भी कर दिए गए और इसकी कुल जाएगी 21.87 लाख रुपए कर दी गई।
नहीं बख्शा जाएगा कोई भी भ्रष्टाचारी अधिकारी
कैबिनेट मंत्री बलजीत कौर ने इस घोटाले की जांच जारी करने की पुष्टि करते हुए बताया है कि यह मामला अति गंभीर है क्योंकि यह पंजाब की बेटियों के साथ किया गया घोटाला है। इस मामले में विजिलेंस को जांच करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं और जांच पूरी होने के साथ-साथ किसी भी भ्रष्टाचारी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा और सभी को इस मामले में सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।