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चंडीगढ़ 04अक्टूबर:
शिरोमणी अकाली दल ने आज भगवंत मान की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी की सरकार की सतलुज यमुना लिंक (Satluj Yamuna Link) नहर के निर्माण की इच्छा व्यक्त करने की निंदा की है ,लेकिन विपक्षी दलों के दबाव का सामना करेंगें क्योंकि नहर के लिए उस जमीन को अधिग्रहण करना जिसे सरदार परकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती अकाली सरकार द्वारा वापिस लौटा दिया गया था।
अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने शीर्ष अदालत में इस विवाद को किसानों की पीठ में छूरा घोंपने जैसा करार देते हुए कहा, ‘‘ हम एसवाईएल नहर के निर्माण का विरोध करते हैं जिसका निर्माण केवल हमारे शवों पर किया जाएगा। हम आप सरकार को चुनौती देते हैं कि यह बात सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाए। उन्होने कहा कि पंजाबी और अकाली दल किसी भी कीमत पर राज्य के नदी जल को हरियाण को सौंपने की अरविंद केजरीवाल की साजिश को कभी सफल नही होने देंगें’। Satluj Yamuna Link Canal SYL
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Satluj Yamuna Link: शिरोमणी अकाली दल ने एस.वाई.एल के निर्माण की इच्छा जताने के लिए आम आदमी पार्टी सरकार की निंदा
सरदार मजीठिया ने कहा कि शीर्ष अदालत में आप सरकार ने जिस तरह से पंजाब को धोखा दिया है कहा कि ,‘‘ पंजाब के वकील ने एसवाईएल के निर्माण में देरी के कारणों के रूप में विपक्षी दलों के साथ साथ जमीन अधिग्रहण में समस्याओं को जिम्मेदार ठहराया’’। उन्होने कहा कि इसका मतलब है कि पंजाब सरकार एसवाईएल नहर के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है और उसने अदालत में भी यह स्वीकार किया है।
उन्होने कहा, ‘‘ यह दिल्ली की आप सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामें के अनुरूप है, जिसमें हरियाणा और दिल्ली को एसवाईएल नहर से उनके हिस्से का पानी देने की मांग की गई है’’। उन्होने कहा कि आप के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने भी हरियाणा के लोगों से वादा किया कि 2024 में आप की सरकार बनने के बाद वह यह सुनिश्चित करेंगें कि एसवाईएल नहर का पानी हरियाणा के हर कोने तक पहुंचे।
एस.वाई.एल नहर को इतिहास बताते हुए वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा, ‘‘ किसानों को 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री परकाश सिंह बादल द्वारा नहर के निर्माण के लिए अधिग्रहीत जमीन पर किसानों को कब्जा दिया गया था। मुझे गर्व है कि मैं उस समय राजस्व मंत्री था और मैने किसानों को जमीन का मालिकाना हक सौंपेन के लिए इस समारोह का आयोजन किया था’’। ऐसी स्थिति में पजाब में कोई नहर के लिए कोई जमीन मौजूद नही है जिसका उपयोग राज्य के नदी जल को हरियाणा में ले जाने के लिए किया जा सके’’।
पंजाब, पंजाबी और शिरोमणी अकाली दल किसी भी कीमत पर इस साजिश को सफल नही होने देंगें
सरदार मजीठिया ने इस बात पर भी जोर देकर कहा कि कैसे भूजल की कमी के कारण पंजाब । उन्होने कहा कि भूजल की गंभीर कमी के कारण पंजाब के 128 ब्लाॅकों में सं 109 को डार्क जोन घोषित किया गया है। उन्होने कहा,‘‘ अगर आम आदमी पार्टी राज्य का पानी हरियाणा को सौंपने की साजिश में सफल हो गई तो पंजाब के रेगिस्तान में तब्दील होने का वास्तविक खतरा है। उन्होने कहा कि शिरोमणी अकाली दल पंजाब के पानी की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोई भी बलिदान बहुत बड़ा नही है। हम अतिरिक्त पानी की एक बूंद भी हरियाणा को नही जाने देंगें’’।
पूर्व मंत्री ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के आदेशों के आगे घुटने टेकने और रिपेरियन सिद्धांत पर जोर देने में विफल रहने के कारण आप सरकार की निंदा की, जिसके तहत पंजाब को अपने क्षेत्र में बहने वाले पानी पर अपरिहार्य अधिकार है। उन्होने कहा ‘‘ ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री ने अपने पानी पर पंजाब का अधिकार उसी तरह हरियाणा को सौंप दिया जिस तरह से उन्होने चंडीगढ़ पर पंजाब का अधिकार छोड़ दिया है।
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