— सिर्फ ट्रालियों को मिल रही है रेत, अब टिप्पर बेच कहाँ से खरीदे ट्राली
— रेत माफिया पर कंट्रोल करने के चक्कर मे ईमानदार टिप्पर मालिकों को मार रही है सरकार
— राज्य सरकार के इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट तक जाने की तैयारी कर रहे हैं टिप्पर मालिक
दी स्टेट हेडलाइंस
चंडीगढ़।
भगवंत मान की सरकार द्वारा राज्य के 18 जिलों में रेत की खड्डडो से टिप्परों को ही बाहर कर दिया गया है और सिर्फ ट्राली लेकर आने वाले लोगों को ही रेत भरने की इजाजत दी जा रही है ऐसे में टिप्पर मालिकों को काफी नुकसान हो रहा है और नौबत भूखे मरने तक आ चुकी है क्योंकि इन टिप्पर मालिकों के पास दर्जनों लेबर काम करती है जिसको अब तनख्वाह देने के लिए भी टिप्पर मालिकों के पास पैसे नहीं बचे हैं। पंजाब के हजारों टिप्पर मालिक अब राज्य सरकार के इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट तक जाने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि सरकार के इस फैसले से रेत माफिया को कोई फर्क नहीं पड़ा है जबकि ईमानदारी से काम करने वाले टिप्पर मालिकों का दाना पानी पूरी तरह से बंद हो चुका है।
टिप्पर एसोसिएशन के प्रवक्ता कश्मीर चंद ने बताया कि राज्य में रेत माफिया काफी हद तक कब्जा करके बैठा हुआ है और वह खुद इस मामले में राज्य सरकार के साथ है की रेत माफिया पर कंट्रोल करते हुए आम लोगों को कम से कम रेट में रेत मिलनी चाहिए परंतु सरकार इस मामले में सही दिशा में जाने की जगह गलत फैसले ले रही है जिससे रेत माफिया को कोई भी फर्क नहीं पड़ रहा है जबकि ईमानदारी से काम कर रहे टिप्पर मालिक नुकसान में जा रहे हैं।
ट्राली से धंधा कर रहा है रेत माफिया
टिप्पर एसोसिएशन का तर्क है कि अब रेत माफिया ट्राली के जरिए अपना धंधा चला रहा है कम रेट में ट्राली से रेत भरने के बाद ऊंचे दामों में उसको बेचा जा रहा है ऐसे में टिप्पर द्वारा माल सप्लाई नहीं किए जाने के चलते रेत माफिया को पहले से ज्यादा फायदा हो रहा है और आम जनता को पहले से ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है।
हर व्यक्ति नहीं जा सकता ट्राली लेकर रेत लेने
टिप्पर एसोसिएशन का कहना है कि हर व्यक्ति अपने मकान या दुकान को बनाने के लिए किसी से ट्राली उधारी लेकर रेत लेने नहीं जा सकता है ऐसे कार्यों के लिए टिप्पर पहले रेट सप्लाई करते आ रहे हैं जिससे उन्हें कम दामों में रेत मिल जाता था परंतु जब से टिप्परों को नई खंडों से रेत मिलनी बंद हुई है तब से आम व्यक्ति को सस्ते दामों में रेत मिलना बंद हो चुका है।