Agniveer: इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाऊंगा- मुख्यमंत्री
दी स्टेट हेडलाइंस
मानसा, 16 अक्टूबर
पंजाब के CM Bhagwant Mann ने Jammu Kashmir में देश की सेवा करते हुए Shaheed हुए Agniveer Amritpal Singh के परिवार को 1 Crore रुपये का Cheque सौंपा। CM ने कहा कि देश के लिए Amritpal Singh के योगदान का सम्मान करते हुए राज्य सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देगी।
मुख्यमंत्री ने Mansa के गांव Kotli Kalan में शहीद के पैतृक घर का दौरा करने के बाद कहा कि इस बहादुर सैनिक ने देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए अपना कर्तव्य निभाते हुए शहादत प्राप्त की है और उनके बहुमूल्य योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है। यह राज्य सरकार की एक विनम्र पहल है।
मुख्यमंत्री ने देश के पहले शहीद Agniveer अमृतपाल सिंह के माता-पिता से मुलाकात की और 19 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हुए शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार परिवार के साथ खड़ी है क्योंकि यह देश और खासकर शहीद के परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि गांव में शहीद के नाम पर एक प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी।
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मुख्यमंत्री ने शहीद अग्निवीर अमृतपाल सिंह के घर जाकर परिवार को सांत्वना दी और सम्मान राशि के रूप में एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा
मुख्यमंत्री ने सेना द्वारा शहीद अमृतपाल सिंह को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ न दिये जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि भेदभाव की इस कुप्रथा से सेना के जवानों के मनोबल को ठेस पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि उनके प्रति सेना का यह व्यवहार बेहद दुखद है क्योंकि वह एक शहीद सैनिक हैं। उन्होंने कहा कि अमृतपाल के माता-पिता ने अपने बेटे को देश की सेवा के लिए भेजा था और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ड्यूटी के दौरान उनकी मृत्यु को शहीद के रूप में स्वीकार नहीं किया गया, जो एक गलत उदाहरण स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार देखा गया है कि किसी शहीद सैनिक का शव प्राइवेट एंबुलेंस में लाना पड़ा जो शहीद का अपमान है। Agniveer
भगवंत सिंह मान ने कहा कि देश का 60 फीसदी बजट रक्षा क्षेत्र के लिए है, लेकिन सेना ने शहीद अमृतपाल सिंह के शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं दी। उन्होंने कहा कि अमृतपाल की शहादत को आत्महत्या घोषित करना और भी दुखद है। उन्होंने सेना के बयान को जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा बताया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि देश के लिए मर-मिटने का जज्बा लेकर ड्यूटी पर जाने वाला वीर सैनिक कभी आत्महत्या नहीं कर सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर शहीदों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाएगा तो माता-पिता अपने बच्चों को सेना में भेजने से परहेज करने लगेंगे। Agniveer
सेना ने अमृतपाल सिंह को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ न देकर प्रथम शहीद अग्निवीर के देश के प्रति योगदान का अपमान किया
मुख्यमंत्री ने अग्निवीर योजना का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि यह योजना वीर जवानों के योगदान को अपमानित करने वाली है और केंद्र सरकार को इस योजना पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना के तहत भर्ती किये गये सेना के जवानों को नियमित सेना में शामिल किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि केंद्र देश के शहीदों के प्रति जो भी नीति अपनाए, हमारी सरकार पंजाब के ऐसे वीर सपूतों के परिवारों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है। Agniveer
मुख्यमंत्री ने देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को कायम रखने के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले इस शहीद के परिवार के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार करने के लिए केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अनुचित है और पंजाब के इस बेटे की शहादत का अपमान करना बेहद निंदनीय है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह जल्द ही इस मुद्दे को भारत सरकार के समक्ष उठाएंगे। Agniveer
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