— कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों के लिए लागू की थी बॉयोमेट्रिक, कोरोना में हुई बन्द
दी स्टेट हैडलाइंस
चण्डीगढ़।
पंजाब सिविल सेक्रेटेरिएट से लेकर पंजाब भर के दर्जनों मिनी सेक्रेटेरिएट में कर्मचारियों से लेकर उच्च स्तर के अधिकारियों के दफ्तरों में बॉयोमेट्रिक मशीनें से हाजरी बन्द पड़ी है। पिछली कांग्रेस सरकार की तरफ से बॉयोमेट्रिक मशीनें को शुरू किया गया था परंतु Covid19 के आने के तुरंत पश्चात इसको बंद कर दिया गया, उसके पश्चात आज तक इन बायोमेट्रिक मशीनों को शुरू नहीं किया गया है। सरकारी कर्मचारियों द्वारा हाजिरी भी बायोमेट्रिक मशीनों की जगह पहले जैसे रजिस्टर में ही लगाई जा रही है।
लेटलतीफी के चलते लागू की गई थी बायोमेट्रिक मशीन
पंजाब भर के सरकारी दफ्तरों में छोटे कर्मचारियों से लेकर बड़े अधिकारियों तक की लेटलतीफी से पिछले सरकार काफी ज्यादा परेशान थी। जिस कारण बायोमेट्रिक मशीनों की हाजिरी शुरू की गई थी, ताकि यह पता लग सके कि कौन सा अधिकारी कब दफ्तर में आया और कब दफ्तर से बाहर चला गया। पंजाब भर में बायोमेट्रिक मशीनों के लगाने पर लाखों रुपए का खर्चा सरकार की तरफ से किया गया था।
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बॉयोमेट्रिक मशीनें से पंजाब सिविल सेक्रेटेरिएट में भी नहीं लगाता कोई बायोमेट्रिक से हाजिरी
चंडीगढ़ में स्थित पंजाब सिविल सेक्रेटेरिएट में पिछले 3 साल से बायोमेट्रिक से हाजिरी नहीं लगाई जा रही है। कोरोना के दौरान बंद हुई परमैट्रिक्स को आज तक फिर से शुरू नहीं किया जा सका है, जिस कारण सिविल सेक्रेटेरिएट में लगी हुई सभी बायोमैट्रिक्स मशीनों की हालत काफी खस्ता हो चुकी है।