—बजट सेशन में रखना होगा अध्यापकों की मांगो को नहीं तो होगा तीखा संघर्ष
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़, 26 फरवरीl
MLA तैयार रहे उनके घर के बाहर पंजाब भर से अध्यापक कागज कलम लेकर घरना देने आ रहे है हालाँकि यह धरना कुछ ही देर का होगा और अपना मांग पत्र देकर अध्यापक वापिस चले जायेंगे परन्तु इस छोटे से धरने में भी अध्यापक अपने संगठन की पूरी छाप छोड़ने की तैयारी में जुट गये है l पंजाब के सभी MLA के घर के बाहर मांग पत्र पहुचने के ऐलान पंजाब के अध्यापकों के संगठन डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब ने किया है l
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पंजाब ने 27 फरवरी, 28 फरवरी और 1 मार्च को दिए जायेगे मांग पत्र
पंजाब विधानसभा के आगामी बजट सत्र के मद्देनजर अध्यापक संगठन डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब ने 27 फरवरी, 28 फरवरी और 1 मार्च को पंजाब भर के विधायकों को वित्तीय और जरूरी मांगों के मांग पत्र दिए जायेंगे ।
इस संबंध में जानकारी देते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय पाल शर्मा व प्रदेश महासचिव बलबीर लोंगोवाल ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से लंबे समय से अध्यापकों की मांगों की दरकिनार कर रही है लेकिन अब इसको बर्दास्त नहीं किया जायेगा l
डीटीएफ पंजाब सरकार को एक बार फिर याद दिलाती है और मांग करती है कि वह अपने बजट में अध्यापकों की वित्तीय और जरूरी मांगों को पूरा करने के लिए विशेष प्रावधान करे। यदि इस तरह मांगें नहीं मानी गई तो निकट भविष्य में इन मांगों को लेकर संगठन संघर्ष करेगा।
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MLA से दर्जन भर मांगो को पूरा करवाना चाहती है डीटीएफ
अध्यापकों की मांगों की जानकारी देते हुए संगठन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरवन सिंह औजला, प्रदेश उपाध्यक्ष सुखविंदर सुखी, राज्य संगठन सचिव करनैल सिंह चिट्टी, राज्य वित्त सचिव जसविंदर बठिंडा और राज्य प्रेस सचिव गुरमीत कोटली ने कहा कि उनके संगठन द्वारा नई पेंशन योजना बंद करते हुए पुरानी पेंशन बहाल करवाना उनकी मांगो में शामिल है l
इसके साथ ही कच्चे शिक्षकों को पक्का करवाना तथा कम्प्यूटर एवं एन.एस.क्यू.एफ शिक्षकों को पुरे लाभ सहित शिक्षा विभाग में शामिल करवाना और पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्णयानुसार अधिसूचना दिनांक 15.01.2015 को निरस्त मुख्य मांगो में शामिल है l डीटीएफ ने आगे कहा कि अगर पंजाब सरकार ने इन मांगों के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई तो संघर्ष को चरणबद्ध तरीके से तेज किया जाएगा।