Health Benefits of Radish : मूली खाने से शरीर को मिलते है अद्भुत फायदे

मूली एक ऐसी सब्ज़ी है जो हमारे देश के लगभग हर हिस्से में आसानी से मिल जाती है। चाहे सलाद के रूप में हो या परांठे में, मूली भारतीय थाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल स्वाद में तीखी और ताज़गी भरी होती है, बल्कि इसमें छिपे पोषक तत्व शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं।
आयुर्वेद में मूली को “अमृत तुल्य” कहा गया है क्योंकि यह शरीर से विषैले पदार्थों को निकालती है, पाचन को दुरुस्त करती है और कई रोगों से रक्षा करती है।
1. मूली का पोषक मूल्य (Nutritional Value)
मूली में कई आवश्यक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं।
100 ग्राम मूली में लगभग ये पोषक तत्व पाए जाते हैं:
पोषक तत्व | मात्रा |
ऊर्जा | 16 कैलोरी |
पानी | 95% |
कार्बोहाइड्रेट | 3.4 ग्राम |
प्रोटीन | 0.7 ग्राम |
फाइबर | 1.6 ग्राम |
विटामिन C | 15 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 25 मिलीग्राम |
पोटेशियम | 233 मिलीग्राम |
फॉस्फोरस | 20 मिलीग्राम |
इन सभी तत्वों का संतुलन मूली को एक सुपर हेल्दी फूड बनाता है।
2. मूली के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of Radish)
(i) पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है
मूली में मौजूद फाइबर और पानी पेट की सफाई करने में मदद करते हैं।
यह कब्ज, गैस, और अपच जैसी समस्याओं को दूर करती है।
पेट के अंदर मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करती है।
आयुर्वेद के अनुसार मूली अग्नि (पाचन शक्ति) को संतुलित रखती है।
सुबह सलाद में मूली का सेवन करने से दिनभर पेट हल्का और साफ रहता है।
(ii) लिवर और किडनी की सफाई में मददगार
मूली प्राकृतिक रूप से डिटॉक्सिफाइंग होती है।
यह शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालती है।
लिवर (यकृत) को स्वस्थ रखती है और बिलीरुबिन स्तर को नियंत्रित करती है।
किडनी में जमा टॉक्सिन्स और कैल्शियम डिपॉजिट को बाहर निकालने में मदद करती है।
मूली का रस लिवर और किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
(iii) खून को शुद्ध करती है
मूली में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व और विटामिन C खून को शुद्ध करने का काम करते हैं।
यह रक्त में मौजूद विषैले तत्वों को निकालती है।
चेहरे पर निखार लाती है और मुंहासे, फोड़े-फुंसी जैसी समस्याओं को कम करती है।
इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
हर रोज एक गिलास मूली का रस पीने से त्वचा साफ और चमकदार बनती है।
(iv) हृदय को स्वस्थ रखती है
मूली में मौजूद पोटेशियम और फाइबर हृदय के लिए लाभकारी हैं।
यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाकर अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ाता है।
रक्त संचार को बेहतर बनाता है और दिल के दौरे का खतरा कम करता है।
(v) दांत और मसूड़ों के लिए लाभकारी
मूली चबाने से लार का स्राव बढ़ता है जो मुंह में बैक्टीरिया को कम करता है।
यह दांतों की मजबूती बनाए रखती है।
मसूड़ों में सूजन या खून आने की समस्या में लाभ देती है।
मूली में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल तत्व मुँह की दुर्गंध को भी दूर करते हैं।
(vi) रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाती है
मूली में मौजूद विटामिन C शरीर को संक्रमणों से लड़ने में सक्षम बनाता है।
यह सर्दी-जुकाम, फ्लू और वायरस से बचाव करता है।
शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं का निर्माण बढ़ाता है।
नियमित सेवन से रोगों के प्रति प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है।
(vii) डायबिटीज़ में फायदेमंद
मूली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है।
यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखती है।
मूली में मौजूद फाइबर शुगर के अवशोषण को धीमा करता है।
डायबिटीज़ के मरीजों के लिए यह बेहद फायदेमंद सब्ज़ी है।
डायबिटीज़ वाले लोग कच्ची मूली या मूली के रस का सेवन कर सकते हैं।
(viii) त्वचा के लिए वरदान
मूली में विटामिन C, फॉस्फोरस और जिंक पाया जाता है जो त्वचा की सेहत को सुधारता है।
यह त्वचा को अंदर से हाइड्रेट रखती है।
चेहरे के दाग-धब्बे और मुंहासे कम करती है।
झुर्रियों को रोकती है और स्किन ग्लो बढ़ाती है।
मूली का रस चेहरे पर लगाने से टैनिंग और पिग्मेंटेशन में राहत मिलती है।
(ix) सांस से जुड़ी बीमारियों में राहत
मूली का तीखा तत्व कफ और बलगम को पतला करता है।
यह अस्थमा, सर्दी, और ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों में लाभदायक है।
मूली में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सांस नलिकाओं की सूजन को कम करते हैं।
मूली के रस में थोड़ा शहद मिलाकर पीने से गले की खराश और खांसी में राहत मिलती है।
(x) हड्डियों और जोड़ों के लिए लाभदायक
मूली में कैल्शियम और पोटेशियम की पर्याप्त मात्रा होती है।
यह हड्डियों को मजबूत बनाती है।
गठिया (Arthritis) और जोड़ों के दर्द में राहत देती है।
नियमित सेवन से हड्डियों में मिनरल की कमी पूरी होती है।
(xi) वजन घटाने में सहायक
मूली में कैलोरी बहुत कम और फाइबर अधिक होता है।
यह पेट को देर तक भरा रखती है।
मेटाबॉलिज्म को तेज करती है।
शरीर में फैट जमने से रोकती है।
डाइटिंग कर रहे लोगों के लिए मूली एक परफेक्ट सलाद है।
(xii) कैंसर से सुरक्षा
मूली में पाए जाने वाले ग्लूकोसिनोलेट्स और एंथोसायनिन्स जैसे तत्व शरीर को कैंसर कोशिकाओं से बचाते हैं।
यह फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं।
खासकर कॉलन, स्टमक और किडनी कैंसर के खतरे को कम करते हैं।
(xiii) ब्लड प्रेशर नियंत्रित करती है
मूली में मौजूद पोटेशियम शरीर में सोडियम के प्रभाव को संतुलित करता है।
इससे रक्तचाप सामान्य रहता है।
हृदय पर तनाव नहीं पड़ता।
उच्च रक्तचाप (High BP) वाले मरीजों को नियमित मूली खाना चाहिए।
(xiv) थकान और कमजोरी दूर करती है
मूली में मौजूद आयरन और फॉस्फोरस शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
यह लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करती है।
शारीरिक कमजोरी और थकान को दूर करती है।
मूली का जूस पीने से तुरंत एनर्जी मिलती है।
3. मूली के सेवन के तरीके (Ways to Eat Radish)
सलाद के रूप में:
कच्ची मूली को नमक, नींबू या चाट मसाला डालकर खाएं।मूली का रस:
सुबह खाली पेट मूली का रस पीना सबसे लाभदायक होता है।मूली परांठा:
नाश्ते में मूली परांठा शरीर को ताकत देता है और स्वाद भी बढ़ाता है।मूली का सूप:
सर्दियों में मूली सूप शरीर को गर्म और रोगमुक्त रखता है।मूली के पत्ते:
मूली के पत्तों में भी भरपूर कैल्शियम और आयरन होता है — इन्हें भुजिया या परांठे में खा सकते हैं।
4. मूली खाने में सावधानियाँ (Precautions)
मूली को कभी भी रात में न खाएं; इससे गैस या अपच हो सकता है।
थायरॉइड मरीजों को अधिक मात्रा में मूली नहीं खानी चाहिए।
खाली पेट बहुत अधिक मूली खाने से पेट में जलन हो सकती है।
मूली को खाने से पहले अच्छी तरह धो लें क्योंकि यह मिट्टी में उगती है।
कभी-कभी मूली और दूध को साथ न लें, यह पाचन पर असर डाल सकता है।
संतुलित मात्रा में दिन में 1–2 बार मूली का सेवन फायदेमंद है।
5. आयुर्वेद के अनुसार मूली के गुण (Ayurvedic Benefits)
आयुर्वेद में मूली को “तीक्ष्ण, कटु और लघु” गुण वाला आहार बताया गया है।
यह वात, पित्त और कफ — तीनों दोषों को संतुलित करती है, विशेषकर कफ दोष को कम करती है।
यह मूत्रवर्धक (Diuretic) है।
शरीर में जमे हुए अम्ल (Acidity) को संतुलित करती है।
पाचन को सुधारती है और अपच को दूर करती है।
मूली का रस लीवर रोग, पीलिया, और कब्ज में उपयोगी है।
6. मूली के घरेलू नुस्खे (Home Remedies Using Radish)
खांसी के लिए:
मूली के रस में शहद मिलाकर दिन में दो बार लें।पीलिया में:
मूली के पत्तों का रस पीने से लाभ होता है।मुंहासे और त्वचा के दाग:
मूली के रस को चेहरे पर लगाने से दाग कम होते हैं।कब्ज में:
मूली के रस में थोड़ा नमक मिलाकर सुबह खाली पेट पीएं।ब्लड प्रेशर नियंत्रण:
रोज़ाना मूली का सलाद खाने से BP नियंत्रित रहता है।
7. मूली के रस के फायदे (Radish Juice Benefits)
शरीर से टॉक्सिन्स निकालता है
लीवर और किडनी को डिटॉक्स करता है
खून को साफ करता है
स्किन में निखार लाता है
वजन घटाने में मदद करता है
कफ और बलगम दूर करता है
ब्लड शुगर नियंत्रित रखता है
मूली का रस ठंडा नहीं, बल्कि हल्का गुनगुना पीना ज्यादा लाभदायक माना गया है।
8. मूली के मौसमी फायदे
सर्दियों के मौसम में मूली का सेवन सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि:
यह शरीर में गर्मी बनाए रखती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।
मौसम बदलने पर सर्दी-जुकाम से सुरक्षा करती है।
9. पर्यावरण और कृषि दृष्टि से मूली का महत्व
मूली तेजी से उगने वाली फसल है, इसलिए किसानों के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद है।
यह मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने में मदद करती है।
मूली का उपयोग जैविक खेती में भी किया जाता है।
Conclusion
मूली एक सस्ती, सुलभ और पोषक सब्ज़ी है जो हर घर में उपलब्ध है।
इसमें मौजूद विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट शरीर की कई महत्वपूर्ण क्रियाओं को संतुलित रखते हैं।
यह लिवर, पाचन, हृदय, त्वचा, किडनी और इम्यून सिस्टम — सभी के लिए लाभकारी है।
आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही मूली को प्राकृतिक औषधि मानते हैं।
अगर आप रोज़ाना अपनी थाली में थोड़ी-सी मूली शामिल कर लें, तो यह आपको कई रोगों से बचाए रखेगी और आपका शरीर हल्का, सक्रिय और ऊर्जावान रहेगा।
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