गरीबों की थाली से रोटी छीन रही है सरकार: Kumari Selja
admin
Updated At 17 Jan 2024 at 09:38 PM
दी स्टेट हेडलाइंस
चंडीगढ़, 23 अक्तूबर
General Secretary of All India Congress Committee, Former Union Minister, Congress कार्यसमिति की सदस्य एवं Haryana Congress की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष Kumari Selja ने कहा कि BJP -JJP गठबंधन Government गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन कर रहे प्रदेश के लाखों परिवारों की थाली से रोटी छीनने में जुटी है। नवंबर से अगले चार महीने तक Government ने ration depot पर गेहूं व बाजरे की सप्लाई में कमी करने का आदेश जारी किया है जबकि प्रदेश के BPL परिवार depot से मिलने वाले Ration पर ही निर्भर हैं। Ration में कटौती के फैसले से इन परिवारों के समक्ष खाने तक का संकट पैदा हो सकता है। सरकार ऐसे परिवारों को रोटी देने के बजाए अब उनके हलक से निवाला निकालने में लगी हुई है।
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Kumari Selja: राशन डिपो पर जरूरत के मुकाबले गेहूं और बाजरे की सप्लाई में कटौती का फरमान जारी
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि पूरे प्रदेश में 30 लाख से अधिक बीपीएल परिवार हैं, जो राशन डिपो के जरिए मिलने वाले राशन पर आश्रित हैं। खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता विभाग ने नवंबर महीने के लिए जारी होने वाले राशन में कटौती का आदेश जारी किया है। इसके मुताबिक गेहूं के राशन में 10.72 प्रतिशत व बाजरे के राशन में 23.1 प्रतिशत की कटौती रहेगी। यह कटौती फरवरी महीने तक, यानि 04 माह तक लागू रहेगी। Kumari Selja
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह आदेश गरीब परिवारों के साथ सरासर धोखा है विश्वासघात है। नवंबर माह में दिवाली सहित कई बड़े त्यौहार हैं। इसके साथ ही सर्दी का मौसम भी शुरू हो रहा है। इन चार महीने के दौरान प्रदेश के लोग बाजरे की खिचड़ी व रोटी भी चाव से खाते हैं। लेकिन, बाजरा कम मिलने का खामियाजा गरीब परिवारों को भुगतना पड़ेगा। एक ओर सरकारी गोदामों में पड़ा अनाज सड़ जाता है जबकि सरकार है कि गरीबों के राशन में कटौती करने में लगी है आखिर सरकार राशन में कटौती कर किसका पेट भरना चाहती है।
करीब 30 लाख गरीब परिवारों की भूख डिपो से मिलने वाले राशन से ही है मिटती
कुमारी सैलजा ने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब गरीब परिवारों को परेशान करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। इससे पहले भी न जाने कितनी बार राशन डिपो के माध्यम से इन परिवारों को परेशान करने के मामले सामने आते रहे हैं। राशन डिपो पर सप्लाई होने वाले नमक, गेहूं, चीनी व सरसों के तेल में भ्रष्टाचार के मामले कई बार सामने आए, लेकिन इनकी जांच तक नहीं कराई गई। जबकि, खराब क्वालिटी का गेहूं, निम्न स्तरीय चीनी, एक्सपायर हो चुका सरसों का तेल राशन डिपो पर पहुंचना मीडिया में सुर्खियां बन चुका है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत पीले व गुलाबी कार्डधारक परिवारों को ही राशन मिलता है। ऐसे में राशन डिपो पर गेहूं व बाजरे की सप्लाई में कटौती से साफ है कि प्रदेश सरकार को 30 लाख से अधिक गरीब परिवारों की कोई चिंता नहीं है। सरकार इनके मुंह से निवाला छीनने की हरसंभव कोशिश में जुटी है। Kumari Selja
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