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अस्पतालों में सांप के ज़हर से बचाव के लिए पॉलिवैलेंट दवा उपलब्ध : सांप के डसने पर अब पशुओं का सरकारी वेटरनरी अस्पतालों में मुफ्त इलाज

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admin

Updated At 18 Jan 2025 at 06:15 PM

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विभाग के अधिकारियों को निर्देश, प्रत्येक वेटरनरी अस्पताल में सांप के डसने के इलाज के बारे में एस ओ पी प्रदर्शित करें

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चंडीगढ़, 18 जनवरी:

पंजाब सरकार ने राज्य में पशुओं के स्वास्थ्य देखभाल को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सांप के डसने पर पशुओं के मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू की है। सभी जिला और तहसील स्तर के वेटरनरी अस्पतालों में पॉलिवैलेंट दवा उपलब्ध करवाई गई है।

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पशुपालन मंत्री स गुरमीत सिंह खुडियां ने बताया कि जिला स्तर पर सभी 22 पॉलीक्लिनिक और 97 तहसील स्तर के वेटरनरी अस्पतालों में सांप के ज़हर से बचाव के लिए पॉलिवैलेंट दवाएं उपलब्ध हैं। इस पहल का उद्देश्य सांप के डसने का शिकार हुए पालतू जानवरों और पशुओं को त्वरित और प्रभावी इलाज प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि वेटरनरी अस्पताल सांप के डसने से जुड़ी आपात स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक एंटी-वेनम दवाओं और प्रशिक्षित कर्मचारियों से लैस हैं।

मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार का यह कदम सांप के डसने का शिकार जानवरों की जान बचाने और राज्य में पालतू जानवरों और पशुओं के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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सांप के डसने से होने वाली मौतों को रोकने के लिए समय पर इलाज के महत्व को उजागर करते हुए स गुरमीत सिंह खुडियां ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी पालतू जानवरों के मालिकों और पशुपालकों को इस सुविधा और सांप के डसने के लक्षणों के बारे में जागरूक करें और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत पशुओं का इलाज करवाने के लिए प्रेरित करें।

पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव श्री राहुल भंडारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को इस सुविधा के बारे में जागरूक करने के लिए प्रत्येक वेटरनरी अस्पताल में एस ओ पी प्रदर्शित की जानी चाहिए।

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पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. गुरशरणजीत सिंह बेदी ने बताया कि सांप के डसने के प्राथमिक लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, शरीर पर दांतों के निशान, शरीर में दर्द, पशु का कांपना और लकवा, मूत्र में खून आदि शामिल हैं। उन्होंने सलाह दी कि किसानों को घाव को काटने या चूसने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, बल्कि तुरंत नज़दीकी पशु अस्पताल जाना चाहिए और पीड़ित पशु का इलाज शुरू करने के लिए तुरंत वेटरनरी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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