— जालंधर में ही सांपों ने बनाया 64 को अपना शिकार, 8 की मौत
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़।
बदलते मौसम और बारिश के चलते सांप अपने बिलों से बाहर निकल रहे हैं तो ऐसे में वह बाहर घूम रहे इंसानों को अपना शिकार (Snack Bite) बना रहे हैं। किसी को पार्क में सांप काट रहा है तो किसी को सड़क पर घूमते हुए सांप अपना शिकार बना रहा है, पिछले 50 दिन में 64 लोगों को जालंधर शहर में सांप अपना शिकार बना चुके हैं l इसमें से 8 की मौत भी हो चुकी है जबकि 56 लोगों को बचाया जा चुका है। इसलिए घर से बाहर निकलने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना कि आपके आसपास कहीं सांप तो नहीं घूम रहा है क्योंकि वह आपको अपना शिकार भी बन सकता है। ऐसा इसलिए नहीं कहा जा रहा है कि आपको डराया जाए बल्कि आपको इतिहास तौर पर बताया जा रहा है कि खुद का ध्यान आप खुद ही रख सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि सांप घर से बाहर ही लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं बल्कि कुछ तो घरों में जाकर लोगों को अपना शिकार बनाकर आए हैं। अगर आपके घर के आस-पास झाड़ियां हैं या फिर जंगल है तो आप अपने घर के अंदर भी इन बातों का ख्याल रखें।
Snack Bite : सांप के डसने का नहीं चला पता
हैरानी इस बात की है कि कुछ लोगों को सांप के डसने तक का पता नहीं चल रहा है परंतु जैसे ही हालत बिगड़ती है तो उन्हें पता चलता है कि उन्हें तो सांप ने डस लिया है। ऐसे कई मामले देखने को मिल रहे हैं l एक युवक को जालंधर में सांप ने डस लिया था तो उसके परिवारिक सदस्यों ने बताया कि उनके बेटे को सांप ने कब डसा इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है परंतु जैसे ही उसका सांस फूलने लगा और मुंह से झाग निकलने लगी तब जाकर उन्हें पता चला कि उसे तो सांप ने डस लिया है।
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90 फीसदी सांपों में नही जहर, डर से हो जाती मौत
जालंधर सिविल हॉस्पिटल सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर परमजीत सिंह ने बताया कि आजकल के दिनों मे 85 से 90 फीसदी सांप जहरीले नहीं होते हैं। इंसानों के काटे जाने के बाद कई लोगों की तो डर से ही मौत हो जाती है। इस लिए सांप के डसने से बाद डरना नही चाहिए बल्कि इलाज के लिए हॉस्पिटल में जाना चाहिए। उन्होंने आगे बताया जो 10 से 15 फीसदी सांप ज़हरीले होते है l उनके के बाद जहर न्यूरोटॉक्सिक दिमाग पर अटैक करता है। जिससे मरीज कोमा में जाने के साथ-साथ मौत का भी शिकार हो जाते हैं। जितना जल्द से जल्द आप देसी इलाज करने की जगह हॉस्पिटल में पहुंचेंगे तो उतना ही आपको फायदा होगा।
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