चंडीगढ़/श्री आनंदपुर साहिब 20 नवंबरःनौवें पातशाह धन्न धन्न श्री गुरु तेग बहादुर जी की अद्वितीय शहादत को समर्पित 350वीं शहीदी शताब्दी समागमों के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए Punjab Government द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा और डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस गौरव यादव ने आज समागमों की तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को हिदायत दी कि कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्य सचिव ने कहा कि सभी अधिकारी सेवा भावना से काम करें और श्रद्धालुओं को पूरी सुविधा प्रदान करना अपनी प्राथमिकता बनाएं।मुख्य सचिव ने बताया कि 22 नवंबर को चार अलौकिक नगर कीर्तन श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेंगे, जबकि 23 नवंबर को गुरु का बाग बुड्ढा दल छावनी में श्री अखंड पाठ साहिब शुरू होंगे। 23 नवंबर को होने वाले सर्व धर्म सम्मेलन में देश-विदेश की प्रमुख धार्मिक हस्तियां और संत महापुरुष शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को भाई जैता जी मेमोरियल में पंजाब विधान सभा का विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा, जबकि 25 नवंबर को श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले जाएंगे। मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान भी विभिन्न धार्मिक समागमों में शिरकत करेंगे।मुख्य सचिव ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए टेंट सिटी में लगभग 10 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने का प्रबंध किया गया है। इसके साथ ही 500 मुफ्त ई-रिक्शा और शटल बसें श्रद्धालुओं को समागम स्थलों तक आने-जाने की सुविधा प्रदान करेंगी। उन्होंने बताया कि वाहनों के लिए 100 एकड़ में 30 आधुनिक पार्किंग बनाई गई हैं। श्री आनंदपुर साहिब को साफ-सुथरा और हरा-भरा बनाने के लिए विशेष रूप से पेड़ लगाने की मुहिम भी शुरू की जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी, सेवादार और सामाजिक संगठन भाग लेंगे।प्रबंधों को अंतिम रूप देने के लिए प्रशासन द्वारा लगातार कई स्तरों पर बैठकें और मौके का जायजा लिया जा रहा है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि हर आने वाले श्रद्धालु को सुचारु और सुरक्षित अनुभव प्रदान किया जाएगा। सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि यह ऐतिहासिक समागम श्रद्धा, अनुशासन और सेवा के उच्च मानकों पर संपन्न हो।सुरक्षा प्रबंधों के बारे में डी.जी.पी गौरव यादव ने बताया कि 8000 से अधिक सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं, जो 25 विभिन्न सेक्टरों में निगरानी कर रहे हैं। 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जाएगी, ताकि किसी भी असामाजिक तत्व को तुरंत काबू किया जा सके। विधान सभा के विशेष सत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी एडीजीपी नोनिहाल सिंह निभाएंगे।इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव संसदीय मामले डी.के. तिवारी, प्रमुख सचिव जल सप्लाई एवं सैनिटेशन नील कंठ अवध, सचिव पर्यटन डॉ. अभिनव, सचिव पंजाब मंडी बोर्ड एवं सूचना एवं लोक संपर्क रामवीर, विशेष डी.जी.पी अर्पित शुक्ला, ए.डी.जी.पी परमार, ए.डी.जी.पी नोनिहाल सिंह, गमाडा के सीए साक्षी साहनी, हरगुनजीत कौर, डिप्टी कमिश्नर रूपनगर वरजित वालिया, अभिमन्यु मलिक, नानक सिंह, डिप्टी कमिश्नर जालंधर हिमांशू अग्रवाल, डिप्टी कमिश्नर लुधियाना हिमांशू जैन, अमरदीप संधू डी.सी फाजिल्का, एडीए संदीप गढ़ा, एडीसी पूजा सियाल तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।