— राज्य सरकार ने लगाई कीटनाशक (Insecticides) दवाइयो पर पाबंदी
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़।
रोजाना भोजन का हिस्सा बनने वाले चावल को नहीं बल्कि आप कीटनाशक (Insecticides) दवाइयों को खाने में लगे हुए हैं। पंजाब के किसानों द्वारा अनजाने में इस्तेमाल की जाने वाली कीटनाशक दवाइयां चावल के दानों से बाहर ही नहीं निकल पा रही हैं जिसके चलते यह चावल के माध्यम से आपके शरीर में पहुंच रहे हैं और नुकसान पहुंचा रहे हैं। इन कीटनाशक दवाइयों के असर को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा 10 कीटनाशक दवाइयों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और यह प्रतिबंध 1 अगस्त से 6 महीने के तक के लिए लगाया गया है। इन कीटनाशक (Insecticides) दवाइयों को राज्य में इस्तेमाल करने के साथ-साथ इसे बेचना भी प्रतिबंध की सीमा में आएगा जिसके चलते अगर कोई दुकानदार या फिर डिस्ट्रीब्यूटर्स को भेजता नजर आया तो उसके खिलाफ भी सरकार की तरफ से कार्रवाई कर दी जाएगी।
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नुकसान पहुंचाने वाले 10 दवाइयों की लिस्ट जारी
पंजाब राज्य द्वारा जारी किए गए गजट नोटिफिकेशन में बताया गया है कि 10 के करीब कीटनाशक की बिक्री पंजाब में बासमती चावल उत्पादकों के हित में नहीं है क्योंकि यह कीटनाशक चावल के दाने तक पहुंच कर रहे हैं। पंजाब कि कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना दोबारा भी राज्य में बासमती चावल के कीटनाशकों को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक कृषि रसायनों की सिफारिश की है। यहीं पर पंजाब राइस मिलर एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन ने ने भी बताया है कि उनके द्वारा प्रशिक्षण में किए गए नए नमूनों में इन कीटनाशकों (Insecticides) के अवशेष मूल्य बासमती चावल के एम आर एल से बहुत ज्यादा अधिक है एसोसिएशन ने पंजाब की विरासत बासमती उपज को बचाने व अन्य देशों में बासमती चावल की आने वाली परेशानी मुक्त निर्यात को सुनिश्चित करने के लिए इन कृषि कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध भी किया है।
इन सभी चीजों को देखते हुए पंजाब राज्य की तरफ से निम्नलिखित 10 कीटनाशकों पर शुरुआती दौर में 6 महीने के लिए पाबंदी लगा दी गयी है।
Name of Insecticides
- Acephate
- Buprofezin
- Chlorpyrifos
- Hexaconozole
- Propiconazole
- Thiamethoxam
- Profenofos
- Imidacloprid
- Carbendazim
- Tricyclazole
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