भूलकर भी अनदेखा न करे डेंगू के यह संकेत
admin
Updated At 07 Apr 2024 at 07:48 PM
Dengue Symptoms in Hindi: गर्मी अपने साथ हीट वेव और हीट स्ट्रोक को तो लेकर आती है परंतु इसके साथ एक और समस्या भी आती है और वह है मच्छरों का प्रकोप। इन मच्छरों के कारण लोगों में बहुत से वायरल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। उन्हीं वायरल इन्फेक्शन में से एक है डेंगू। इस बीमारी में किसी को तेज बुखार चढ़ता है, किसी को सर दर्द होता है, मांसपेशियां और जोड़ों में दर्द, चेहरे पर निशान भी पड़ सकते हैं।
डेंगू में मच्छर के काटने से व्यक्ति को जो बुखार होता है उसे हड्डी तोड़ बुखार भी बोला जाता है, क्योंकि यह शरीर को बिल्कुल निचोड़ कर रख देने वाला बुखार होता है। यह एडीज मच्छर के काटने से होता है। जानकारी के अनुसार पता चलता है कि यह वायरस 10 दिनों से ज्यादा तो वैसे शरीर में टिकता नहीं है। परंतु जिन लोगों के शरीर में यह ज्यादा असरदार हो जाए तो उनके लिए यह काफी जानलेवा स्थिति भी पैदा कर देता हैं। इसमें व्यक्ति के शरीर में बहुत ज्यादा रक्त की मात्रा बहने लग जाती है और ब्लड प्रेशर भी अचानक से गिर जाता है।
इतना ही नहीं बल्कि इसके साथ-साथ यदि यह समस्या काफी गंभीर हो जाए तो इससे व्यक्ति की जान भी जा सकती है और इन समस्याओं में व्यक्ति को तुरंत ही अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ता है। कोई भी घरेलू उपचार नहीं है जिससे इस समस्या का उपचार किया जा सके। कुछ औषधियों से इसे थोड़ा नियंत्रण में लाया जा सकता है। परंतु फिर भी डॉक्टरी उपचार ही इसके लिए सही सलाह मानी जाती है। इस समस्या के लक्षण हर किसी में अलग-अलग ही देखने को मिलते हैं। इसलिए समय रहते ही इन लक्षणों का पता लगाकर इसे काबू में पाने का प्रयास करना चाहिए।
Dengue Symptoms in Hindi: डेंगू के लक्षण
किसी भी बीमारी का इलाज करने के लिए और उसका कारण पता लगाने के लिए सबसे पहले तो उसके लक्षण देखे जाते हैं, क्योंकि यही एक सबसे बड़ी चीज होती है जिससे पता लगता है कि किस हद तक डेंगू का बुखार व्यक्ति पर असर कर चुका है। जिसके पीछे कारण यह है कि यह डेंगू मायिल्ड भी हो सकता है और काफी गंभीर भी हो सकता है। इसलिए इसके लक्षण भी अलग-अलग नजर आते हैं। अध्यन से पता चलता है कि इसके लक्षण बच्चों और नौजवानों में ज्यादा पता नहीं लगते। क्योंकि यह संक्रमण से फैलने वाला बुखार है और इसके लक्षण अगर पता लगता भी है तो काफी दिनों के बाद पता लगते हैं। इसके मुख्य लक्षण यह हैं:
- आंखों में पीड़ा होना
- जी कच्चा होना
- मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द
- ग्लैंडस में सूजन आ जाना
- चिड़चिड़ापन आना
- बहुत थकावट महसूस करना
- मूत्र या मल त्याग में खून का आना
- बहुत ज्यादा गंभीर पेट दर्द होना
- मसूड़े या नाक से खून का बहना
- बहुत अधिक मात्रा में उल्टी होना
- सांस लेने में दिक्कत होना
डेंगू के कारण
रोग प्रतिरोधक शक्ति का कमजोर होना
अध्ययन के अनुसार पाया जाता है कि जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता हैं उन्हें डेंगू जैसी समस्या होने की संभावना बहुत अधिक होती है। क्योंकि वायरल इंफेक्शन बहुत ही आसानी से उनके शरीर में दाखिल हो जाता है। यही अगर हमारी इम्यूनिटी स्ट्रांग होगी तो जल्दी-जल्दी ऐसी बीमारियां हमारे शरीर पर अटैक नहीं करेंगे और अगर करेंगे भी तो इसका प्रभाव ज्यादा लंबे समय तक नहीं रहेगा। इसके अतिरिक्त बुजुर्गों, मधुमेह के मरीज, फेफड़ों के रोगियों और दिल के रोगों से पीड़ित लोगों में डेंगू होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है। Dengue Symptoms in Hindi
प्लेटलेट्स का कम होना
डेंगू की समस्या तो किसी को भी हो सकती है और जब तक यह माइल्ड रहती है तब तक तो इसका कोई भी ज्यादा बुरा प्रभाव शरीर पर नहीं पड़ता। परंतु जब यह गंभीर हो जाती है तो इससे हमारे शरीर में जो प्लेटलेट्स का काउंट होता है वह भी कम होने लग जाता है और अगर यह है एक हद से ज्यादा कम हो जाए तो डेंगू के और ज्यादा संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। Dengue Symptoms in Hindi
डेंगू पीड़ितों के आसपास रहना
अध्ययन अनुसार पाया जाता है कि यदि कोई व्यक्ति ऐसे जगह पर रहा है जहां पर इन डेंगू के मच्छरों का प्रकोप बहुत ज्यादा है तब भी लोग डेंगू जैसी खतरनाक समस्या से संक्रमित हो सकते हैं और जो उनके लिए कई बार काफी जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। Dengue Symptoms in Hindi
पहले डेंगू से संक्रमित होना
अगर किसी व्यक्ति को एक बार पहले डेंगू हो गया हो तो उसमें इस समस्या से लड़ने की क्षमता ज्यादा नहीं रहती। इसलिए जब भी यह डेंगू बुखार पहले संक्रमित हुए लोगों पर दोबारा अटैक करता है तो इसके गंभीर होने की संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है जिसका लोगों के शरीर में बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है और उनकी जान जाने का खतरा भी रहता है। Dengue Symptoms in Hindi
डेंगू का इलाज
मिली जानकारी के अनुसार पता चलता है कि डेंगू का इलाज करने के लिए कोई भी ऐसी सटीक दवाई या इलाज उपलब्ध नहीं है, जिससे इस बीमारी को पूरी तरह से दूर किया जा सके। इससे होने वाले बुखार और दर्द को कहीं ना कहीं पेनकिलर देकर नियंत्रित में करने का प्रयास किया जाता है, पर फिर भी डेंगू पर इसका ज्यादा असर नहीं होता। इसके अतिरिक्त शरीर को हाइड्रेटेड रखने से भी डेंगू की समस्या को नियंत्रण में करने का ट्राई किया जा सकता है।
अगर यह समस्या काफी गंभीर हो जाए तो अस्पताल में मरीज को दाखिल करना जरूरी हो जाता है। ऐसी अवस्था में व्यक्ति को तरल पदार्थ या इलेक्ट्रोलाइट सप्लीमेंट दिए जाते हैं ताकि उसके शरीर में इम्यूनिटी बूस्ट हो और वह इस बुखार से जल्दी राहत पा सके। परंतु इस अवस्था में इस बात का बिल्कुल ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी ऐसी दवाई ना खाएं जो आपके रक्त प्रवाह के खतरे को और ज्यादा बढ़ा दे। क्योंकि यह चीज का सेवन व्यक्ति के लिए काफी जानलेवा भी हो सकता है। Dengue Symptoms in Hindi
इस आर्टिकल में जानकारी सामान्य रूप से दी गई है। इसलिए इस पर अमल करने से पहले अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर सलाह ले। दी स्टेट हेडलाइंस किसी भी बात भी कोई पुष्टि नहीं करता है।
यह भी पढ़े :
- सर्वाइकल दर्द को न करें नजरअंदाज, इसका यह करें उपचार
- Gond Katira Ke Fayde: गर्मी में अमृत का काम करता है गुंद कतीरा
- शुगर, त्वचा से लेकर कई बिमारियों में कारगर है गिलोय का पोधा
- Hormonal Imbalance के कारण हो सकती है कई बीमारियाँ
अपडेट के लिए पेज को सब्सक्राईब करें व FACEBOOK और TWITER को फॉलो करें।
Advertisment
जरूर पढ़ें
Advertisment