— पंजाब पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश करते हुए किये Gangster lawrence bishnoi के 3 संचालक गिरफ्तार
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़, 31 मई l
पंजाब पुलिस की तरफ से Gangster lawrence bishnoi द्वारा समर्थित जबरन वसूली गिरोह के तीन सदस्यों का पर्दाफाश किया है। यह जानकारी डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी। गिरफ्तार लोगों की पहचान जीरकपुर निवासी रोहित भारद्वाज उर्फ रिम्मी, चंडीगढ़ निवासी मोहित भारद्वाज और अर्जुन ठाकुर के रूप में हुई है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच और खुफिया जानकारी जुटाने के बाद स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सैल, मोहाली ने तत्काल कार्रवाई शुरू की, जिसके परिणामस्वरूप रंगदारी गिरोह में शामिल इन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस टीमों ने आरोपी रोहित भारद्वाज उर्फ रिम्मी के पास से 14.78 लाख रुपये नकद और आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल फोन और अन्य पुख्ता सबूत भी बरामद किए है।
ऑनलाइन गैंबलिंग प्लेटफॉर्म ‘डायमंड एक्सचेंज’ के जरिये की जाती थी लूट
लोगों को धोखा देने के लिए आनलाईन गैंबलिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे डीजीपी ने आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तरीके की जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग ऑनलाइन गैंबलिंग प्लेटफॉर्म ‘डायमंड एक्सचेंज’ (online gambling platform ‘Diamond Exchange) का इस्तेमाल कर ऑनलाइन गेमिंग में शामिल होने और कम शुल्क पर सट्टा लगाकर मोटा मुनाफा कमाने के लिए Gangster lawrence bishnoi का गैंग लोगों को ठग रहे थे।
उनका कहना था कि कुछ इनाम जीतने के बाद पीड़िता सट्टे में हारना शुरू कर देता था और फिर आरोपी लाखों रुपये क्रेडिट पर देने की पेशकश करते थे। उन्होंने कहा कि एक बार जब पीड़ित क्रेडिट के माध्यम से पैसा मिल जाता है, तो आरोपी उस राशि पर भारी ब्याज वसूलता है, जो कई बार करोड़ों रुपये में हो जाता था।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि जब पीड़ित पैसे वापस नहीं कर पाता था तो ये अपराधी जेल और विदेश में अपने गैंगस्टर साथियों के जरिए उन्हें धमकी भरे फोन काल करते थे।
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भुगतान के विभिन्न तरीकों और बैंक खातों की जांच
उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पुलिस टीमों ने भुगतान के विभिन्न तरीकों और बैंक खातों की जांच की, जिनके जरिए पैसे ट्रांसफर किए गए। उन्होंने आगे कहा कि आरोपियों की गतिविधियों से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल की गई वेबसाइट के मालिक और इसके संचालन के स्थान की पहचान करने के लिए जांच जारी है। आगे की जानकारी देते हुए एआईजी एसएसओसी एसएएस नगर अश्विनी कपूर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी एसएएस नगर के सैक्टर 69 में किराये के फ्लैट से गैंग चला रहा था। उन्होंने कहा कि यह बात भी सामने आई है कि आरोपियों ने Gangster lawrence bishnoi गिरोह के इशारे पर मोहाली और चंडीगढ़ में नाइट क्लब और बार मालिकों और कारोबारियों से रंगदारी की गतिविधियों को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई है।
बता दे कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 384, 506 एवं 120-बी एवं आर्म्स एक्ट की धारा 25(7) अधीन एफआईआर नंबर 9 तिथि 29/05/23 दर्ज को थाना एसएसओसी मोहाली में दर्ज की गई है।
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