— पिछली पंजाब की सरकार इतनी ज्यादा कमियां छोड़ दी जाती थी कि पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में लग जाती थी रोक
दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़, 24 अप्रैलl
पिछली सरकारों में नौजवान को नियुक्ति पत्र तो मिलता था परन्तु अगली सुबह दफ्तर जाने की जगह उसको पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट जाना पड़ता था क्योंकि पिछली पंजाब की सरकार इतनी ज्यादा कमियां छोड़ दी जाती थी कि बाकि सफल नही रहने वाले उमीदवार उस भर्ती को ही पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab and Haryana High Court) में चुनौती दे देते थे l जिस कारण ही नौजवान को दफ्तर जाने की जगह पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट में जाना पड़ता था l परन्तु उनकी सरकार में ऐसा नहीं होता बल्कि पहले क़ानूनी सलाह लेने के साथ एडवोकेट जनरल (Advocate General Punjab) से फ़ाइल पास करवाने के पश्चात ही नियुक्ति पत्र बाटें जाते है l
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (chief Minister Bhagwant mann) ने यह दावा चंडीगढ़ में स्थानीय निकाय, लोक निर्माण विभाग (पी. डब्ल्यू. डी.), तकनीकी शिक्षा और आम राज प्रबंध विभाग में नये भर्ती 409 सब डिवीजनल अफसरों (Sub Divisional officers) (एस. डी. ओज.), क्लर्कों, जूनियर ड्राफ्टसमैनों और अन्यों को नियुक्ति पत्र देने के मौके दिया गया है l
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आगे कहा कि कहा कि मेरी ईमानदार और संजीदा सरकार ने एक वर्ष में ही नौजवानों को 28,873 नौकरियाँ दीं, जबकि कांग्रेस सरकार ने अपने पहले वर्ष में लगभग आठ हज़ार नौकरियाँ दीं थीं, इसी कारण नौजवानों को पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट नही जाना पड़ता है l
पहले सरकारी नौकरियाँ दूर का था सपना
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सरकारी नौकरियाँ दूर का सपना थे, जबकि हमारी सरकार ने यह बात यकीनी बनाई कि नौजवानों को मेरिट के आधार पर नौकरियाँ मिलें, जिसके लिए एक पारदर्शी ढांचा बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में उत्साह और समर्पण के साथ जनता की सेवा की भावना की कमी थी, जिस कारण यह नौकरियाँ नौजवानों से दूर थी। भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार बनने के एक वर्ष के अंदर ही उन्होंने मेरिट के आधार पर योग्य नौजवानों को 28, 873 नौकरियाँ दीं हैं।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि यह म्यूंसिपल भवन ऐसे कई मौकों का गवाह है, जिनमें नौजवानों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरियाँ मिलीं। उन्होंने कहा कि इससे राज्य सरकार की नौजवानों की भलाई और उनके लिए रोज़गार के नये मौके सृजन करने की वचनबद्धता झलकती है। भगवंत मान ने कहा कि यह हमारे लिए बड़े गौरव और संतोष की बात है कि अब सभी नौजवान राज्य की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में सक्रिय हिस्सेदार बनेंगे।
‘ड्यूटी को फ़र्ज़’ समझें सरकारी कर्मचारी
नौजवानों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ‘ड्यूटी को फ़र्ज़’ समझें और इसको पूरी लगन, समर्पण और मेहनत से निभाएं। नौकरियाँ हासिल करके राज्य सरकार में नये भर्ती हुए मुलाजिमों को मुबारकबाद देते हुये उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि वे अब राज्य सरकार के परिवार के नये मैंबर बने हैं। भगवंत मान ने कहा कि अगर यह नौजवान राज्य की पुरातन शान बहाल करने वाली मुहिम का हिस्सा बनेंगे तो इतिहास में उनका नाम सुनहरी अक्षरों में लिखा जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हवाई पट्टी जहाज़ की सुरक्षित उड़ाने के लिए सहायक होती है। इसी तरह राज्य सरकार नौजवानों के सपनों को पूरा करने में मददगार साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि नौजवानों के विचारों को उड़ान देने के लिए हर कोशिश की जा रही है और इसलिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। भगवंत मान ने नौजवानों से अपील की कि वे समाज में अपनी पहचान आप कायम करने के लिए पुरज़ोर कोशिश करें, फिर आसमान ही उनकी हद होगी।
आप सरकार ने हर क्षेत्र में अपनी काबिलीयत का सबूत दिया
मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाबी जन्म से ही अग्रणी स्वभाव वाले होते हैं क्योंकि उनको उद्यमी और नेतृत्व करने के गुणों की बख्शीश होती है। उन्होंने कहा कि इन गुणों के कारण ही पंजाबियों ने हमेशा ही विश्व भर में अपना अलग स्थान बनाया है। भगवंत मान ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाबी उद्यमियों ने छोटे-छोटे और अलग विचारों से बड़े साम्राज्य कायम किये हैं और हर क्षेत्र में अपनी काबिलीयत का सबूत दिया है।
विरोधी पार्टियों पर तीखे हमले करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग अपनी सत्ता के दौरान महलों में रह रहे थे, उनको राज्य के राजनैतिक नक्शे से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि राज्य ने एक नये युग की शुरुआत की क्योंकि अपने आप को अपराजित मानते हुये इन नेताओं को पंजाब के लोगों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। भगवंत मान ने कहा कि इसी कारण पंजाब में बदलाव देखने को मिला है और पहली बार जन हितैषी फ़ैसले राज्य प्रबंध में केंद्र बने हैं।
बड़े-बड़े महलों में रहने वाले इन लोगों ने कभी भी नही किया आम आदमी का भला
मुख्यमंत्री ने व्यंग्य करते हुये कहा, ‘‘बड़े-बड़े महलों में रहने वाले इन लोगों ने कभी भी आम आदमी (aam aadmi) का भला करने की नहीं सोची और उन्होंने ख़ुद को अपने घरों की ऊँची दीवारों में कैद कर लिया था। उन्होंने कहा कि जब लोगों को मौका मिला तो उन्होंने इन नेताओं को बुरी तरह नकार के घर बैठने लायक कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब निवासियों ने राज्य की भलाई के लिए काम करने वाली सरकार को सेवा का मौका दिया। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार ने पद संभालने के बाद राज्य की तरक्की और लोगों की खुशहाली के लिए अथक यत्न किये हैं।
मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि वह इस बात के समर्थक हैं कि विभिन्न विचारों और दृष्टिकोण वाला लोकतंत्र ही हमेशा सफल होता है। भगवंत मान ने कहा, ‘‘विभिन्न तरह के फूलों का बाग़ हर किसी की आँखों को मनमोहक लगता है, जिस कारण इसको देखने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती है। इसी तरह एक प्रगतिशील समाज के लिए सभी धर्मों और वर्गों की एकता महत्वपूर्ण है।“
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पूर्व मंत्रियों से 55 लाख रुपए की वसूली करने के लिए जायेंगे अदालत
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार पूर्व मंत्रियों से 55 लाख रुपए की वसूली करने के लिए पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में जाने के बारे विचार कर रही है, जिन्होंने यू. पी. के एक ख़तरनाक अपराधी मुख़्तार अंसारी की रोपड़ जेल में आरामदायक ठहरने को यकीनी बनाने के लिए फाइल पर हस्ताक्षर किये हैं। उन्होंने कहा कि यह लोगों के पैसे की बेशर्मी से की लूट है जिसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि यह कारण तो पिछली सरकारें ही जानती होंगी कि इस बदनाम अपराधी को रोपड़ जेल में पूरी सुख-सहूलतों के साथ क्यों रखा गया था, जिसके लिए टैक्सदाताओं के पैसे में से 55 लाख रुपए ख़र्च किये गए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नौजवानों को रोज़गार के नये मौकों के बारे अवगत करवाने के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग का प्लेसमेंट पोर्टल मोबाइल एप भी लांच किया।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ. और मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ और अन्य भी उपस्थित थे।
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